रामायणम् — 2.19.19
Original
Segmented
कश्चिद् दैवेन सौमित्रे योद्धुम् उत्सहते पुमान् यस्य न ग्रहणम् किंचित् कर्मणो ऽन्यत्र दृश्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दैवेन | दैव | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| सौमित्रे | सौमित्रि | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| योद्धुम् | युध् | pos=vi |
| उत्सहते | उत्सह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पुमान् | पुंस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| ग्रहणम् | ग्रहण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कर्मणो | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| ऽन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
| दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |