रामायणम् — 2.2.11
Original
Segmented
त्रैलोक्यम् अपि नाथेन येन स्यान् नाथवत्तरम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्रैलोक्यम् | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| नाथेन | नाथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| स्यान् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| नाथवत्तरम् | नाथवत्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |