रामायणम् — 2.2.7
Original
Segmented
राज-प्रभाव-जुष्टाम् हि दुर्वहाम् अजित-इन्द्रियैः परिश्रान्तो ऽस्मि लोकस्य गुर्वीम् धर्म-धुरम् वहन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| प्रभाव | प्रभाव | pos=n,comp=y |
| जुष्टाम् | जुष् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| दुर्वहाम् | दुर्वह | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| अजित | अजित | pos=a,comp=y |
| इन्द्रियैः | इन्द्रिय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| परिश्रान्तो | परिश्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| गुर्वीम् | गुरु | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| धुरम् | धुर् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वहन् | वह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |