रामायणम् — 2.20.5
Original
Segmented
अग्र-अक्ष्णा वीक्षमाणस् तु तिर्यग् भ्रातरम् अब्रवीत् अस्थाने सम्भ्रमो यस्य जातो वै सु महान् अयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अग्र | अग्र | pos=n,comp=y |
| अक्ष्णा | अक्षि | pos=n,g=,c=3,n=s |
| वीक्षमाणस् | वीक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| तिर्यग् | तिर्यञ्च् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| भ्रातरम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अस्थाने | अस्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सम्भ्रमो | सम्भ्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जातो | जन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वै | वै | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |