रामायणम् — 2.20.6
Original
Segmented
धर्म-दोष-प्रसङ्गेन लोकस्य अनतिशङ्कया कथम् ह्य् एतद् असम्भ्रान्तस् त्वद्विधो वक्तुम् अर्हति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| दोष | दोष | pos=n,comp=y |
| प्रसङ्गेन | प्रसङ्ग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अनतिशङ्कया | अनतिशङ्का | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| ह्य् | हि | pos=i |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| असम्भ्रान्तस् | असम्भ्रान्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| त्वद्विधो | त्वद्विध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| वक्तुम् | वच् | pos=vi |
| अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |