रामायणम् — 2.23.8
Original
Segmented
अद्य बार्हस्पतः श्रीमान् युक्तः पुष्यो न राघव प्रोच्यते ब्राह्मणैः प्राज्ञैः केन त्वम् असि दुर्मनाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अद्य | अद्य | pos=i |
| बार्हस्पतः | बार्हस्पत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| युक्तः | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पुष्यो | पुष्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रोच्यते | प्रवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ब्राह्मणैः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| प्राज्ञैः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| केन | केन | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| दुर्मनाः | दुर्मनस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |