रामायणम् — 2.24.3
Original
Segmented
भर्तुः भाग्यम् तु भार्या एका प्राप्नोति पुरुष-ऋषभ अतः च एव अहम् आदिष्टा वने वस्तव्यम् इत्य् अपि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भाग्यम् | भाग्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| भार्या | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| एका | एक | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अतः | अतस् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आदिष्टा | आदिश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वस्तव्यम् | वस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| इत्य् | इति | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |