रामायणम् — 2.26.2
Original
Segmented
ये त्वया कीर्तिता दोषा वने वस्-ताम् प्रति गुणान् इत्य् एव तान् विद्धि तव स्नेह-पुरस्कृतान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| कीर्तिता | कीर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| दोषा | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वस् | वस् | pos=va,comp=y,f=krtya |
| ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रति | प्रति | pos=i |
| गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| इत्य् | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| स्नेह | स्नेह | pos=n,comp=y |
| पुरस्कृतान् | पुरस्कृ | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |