रामायणम् — 2.27.14
Original
Segmented
पत्त्रम् मूलम् फलम् यत् त्वम् अल्पम् वा यदि वा बहु दास्यसि स्वयम् आहृत्य तन् मे अमृत-रस-उपमम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पत्त्रम् | पत्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अल्पम् | अल्प | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| यदि | यदि | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| दास्यसि | दा | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| आहृत्य | आहृ | pos=vi |
| तन् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अमृत | अमृत | pos=n,comp=y |
| रस | रस | pos=n,comp=y |
| उपमम् | उपम | pos=a,g=n,c=1,n=s |