रामायणम् — 2.27.27
Original
Segmented
यत् सृष्टा असि मया सार्धम् वन-वासाय मैथिलि न विहातुम् मया शक्या कीर्तिः आत्मवता यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत् | यत् | pos=i |
| सृष्टा | सृज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| वन | वन | pos=n,comp=y |
| वासाय | वास | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| मैथिलि | मैथिली | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| विहातुम् | विहा | pos=vi |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| शक्या | शक्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| कीर्तिः | कीर्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| आत्मवता | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |