रामायणम् — 2.28.7
Original
Segmented
कौसल्या बिभृयाद् आर्या सहस्रम् अपि मद्विधान् यस्याः सहस्रम् ग्रामाणाम् सम्प्राप्तम् उपजीवनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कौसल्या | कौसल्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| बिभृयाद् | भृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| आर्या | आर्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| मद्विधान् | मद्विध | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| यस्याः | यद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ग्रामाणाम् | ग्राम | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| सम्प्राप्तम् | सम्प्राप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| उपजीवनम् | उपजीवन | pos=n,g=n,c=1,n=s |