रामायणम् — 2.29.24
Original
Segmented
तम् उवाच ततो रामः परिहास-समन्वितम् गवाम् सहस्रम् अप्य् एकम् न तु विश्राणितम् मया परिक्षिपसि दण्डेन यावत् तावद् अवाप्स्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततो | ततस् | pos=i |
| रामः | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिहास | परिहास | pos=n,comp=y |
| समन्वितम् | समन्वित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| गवाम् | गो | pos=n,g=,c=6,n=p |
| सहस्रम् | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अप्य् | अपि | pos=i |
| एकम् | एक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| विश्राणितम् | विश्राणित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| परिक्षिपसि | परिक्षिप् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| दण्डेन | दण्ड | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| यावत् | यावत् | pos=i |
| तावद् | तावत् | pos=i |
| अवाप्स्यसि | अवाप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |