रामायणम् — 2.3.17
Original
Segmented
तम् दृष्ट्वा प्रणतम् पार्श्वे कृत-अञ्जलि-पुटम् नृपः गृहीत्वा अञ्जलौ समाकृष्य सस्वजे प्रियम् आत्मजम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| प्रणतम् | प्रणम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| पार्श्वे | पार्श्व | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
| अञ्जलि | अञ्जलि | pos=n,comp=y |
| पुटम् | पुट | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| नृपः | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
| अञ्जलौ | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| समाकृष्य | समाकृष् | pos=vi |
| सस्वजे | स्वज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| आत्मजम् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |