रामायणम् — 2.31.18
Original
Segmented
अथ रामो मुहूर्तेन लब्ध-संज्ञम् महीपतिम् उवाच प्राञ्जलिः भूत्वा शोक-अर्णव-परिप्लुतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अथ | अथ | pos=i |
| रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मुहूर्तेन | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| लब्ध | लभ् | pos=va,comp=y,f=part |
| संज्ञम् | संज्ञा | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महीपतिम् | महीपति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्राञ्जलिः | प्राञ्जलि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| अर्णव | अर्णव | pos=n,comp=y |
| परिप्लुतम् | परिप्लु | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |