रामायणम् — 2.31.37
Original
Segmented
फलानि मूलानि च भक्षयन् वने गिरींः च पश्यन् सरितः सरांसि च वनम् प्रविश्य एव विचित्र-पादपम् सुखी भविष्यामि ते अस्तु निर्वृतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| फलानि | फल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| मूलानि | मूल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| भक्षयन् | भक्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| गिरींः | गिरि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| पश्यन् | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सरितः | सरित् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| सरांसि | सरस् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
| एव | एव | pos=i |
| विचित्र | विचित्र | pos=a,comp=y |
| पादपम् | पादप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सुखी | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भविष्यामि | भू | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| निर्वृतिः | निर्वृति | pos=n,g=f,c=1,n=s |