रामायणम् — 2.31.7
Original
Segmented
सुमन्त्रैः आनय मे दारान् ये केचिद् इह मामकाः दारैः परिवृतः सर्वैः द्रष्टुम् इच्छामि राघवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुमन्त्रैः | सुमन्त्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| आनय | आनी | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दारान् | दार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| इह | इह | pos=i |
| मामकाः | मामक | pos=a,g=,c=1,n=p |
| दारैः | दार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| परिवृतः | परिवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| राघवम् | राघव | pos=n,g=m,c=2,n=s |