रामायणम् — 2.34.6
Original
Segmented
यो ऽहम् पावक-संकाशम् पश्यामि पुरतः स्थितम् विहाय वसने सूक्ष्मे तापस-आच्छादम् आत्मजम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पावक | पावक | pos=n,comp=y |
| संकाशम् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| पुरतः | पुरतस् | pos=i |
| स्थितम् | स्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| विहाय | विहा | pos=vi |
| वसने | वसन | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| सूक्ष्मे | सूक्ष्म | pos=a,g=n,c=2,n=d |
| तापस | तापस | pos=n,comp=y |
| आच्छादम् | आच्छाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आत्मजम् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |