रामायणम् — 2.35.34
Original
Segmented
न अश्रौषम् इति राजानम् उपालब्धो ऽपि वक्ष्यसि चिरम् दुःखस्य पापिष्ठम् इति रामस् तम् अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| अश्रौषम् | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lun |
| इति | इति | pos=i |
| राजानम् | राजन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपालब्धो | उपालब्ध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| वक्ष्यसि | वच् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| चिरम् | चिरम् | pos=i |
| दुःखस्य | दुःख | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| पापिष्ठम् | पापिष्ठ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| रामस् | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |