रामायणम् — 2.39.10
Original
Segmented
शयानम् अनघम् रात्रौ पिता इव अभिपरिष्वञ्ज् रश्मिभिः संस्पृशञ् शीतैः चन्द्रमा ह्लादयिष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शयानम् | शी | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अनघम् | अनघ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| रात्रौ | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अभिपरिष्वञ्ज् | अभिपरिष्वञ्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| रश्मिभिः | रश्मि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| संस्पृशञ् | संस्पृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| शीतैः | शीत | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| चन्द्रमा | चन्द्रमस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ह्लादयिष्यति | ह्लादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |