रामायणम् — 2.4.28
Original
Segmented
इत्य् उक्तः सो ऽभ्यनुज्ञातः श्वस् भाविन् अभिषेचने व्रज इति रामः पितरम् अभिवाद्य अभ्ययात् गृहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इत्य् | इति | pos=i |
| उक्तः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽभ्यनुज्ञातः | अभ्यनुज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| श्वस् | श्वस् | pos=i |
| भाविन् | भाविन् | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| अभिषेचने | अभिषेचन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| व्रज | व्रज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| रामः | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पितरम् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
| अभ्ययात् | अभिया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| गृहम् | गृह | pos=n,g=n,c=2,n=s |