रामायणम् — 2.4.5
Original
Segmented
द्वाःस्थैः आवेदितम् तस्य रामाय आगमनम् पुनः श्रुत्वा एव च अपि रामस् तम् प्राप्तम् शङ्का-अन्वितः ऽभवत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्वाःस्थैः | द्वाःस्थ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| आवेदितम् | आवेदय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| रामाय | राम | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| आगमनम् | आगमन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| रामस् | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| शङ्का | शङ्का | pos=n,comp=y |
| अन्वितः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |