रामायणम् — 2.40.23
Original
Segmented
हृदयेष्व् अवतिष्ठन्ते वेदा ये नः परम् धनम् वत्स्यन्त्य् अपि गृहेष्व् एव दाराः चारित्र-रक्षिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हृदयेष्व् | हृदय | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| अवतिष्ठन्ते | अवस्था | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| वेदा | वेद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| धनम् | धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वत्स्यन्त्य् | वस् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| अपि | अपि | pos=i |
| गृहेष्व् | गृह | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| एव | एव | pos=i |
| दाराः | दार | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| चारित्र | चारित्र | pos=n,comp=y |
| रक्षिताः | रक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |