रामायणम् — 2.41.9
Original
Segmented
एवम् उक्त्वा तु सौमित्रम् सुमन्त्रम् अपि राघवः अप्रमत्तस् त्वम् अश्वेषु भव सौम्य इति उवाच ह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| सौमित्रम् | सौमित्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सुमन्त्रम् | सुमन्त्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| राघवः | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अप्रमत्तस् | अप्रमत्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अश्वेषु | अश्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ह | ह | pos=i |