रामायणम् — 2.42.15
Original
Segmented
वयम् परिचरिष्यामः सीताम् यूयम् तु राघवम् इति पौर-स्त्रियः भर्तॄन् दुःख-आर्त तत् तद् अब्रुवन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| परिचरिष्यामः | परिचर् | pos=v,p=1,n=p,l=lrt |
| सीताम् | सीता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| यूयम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| राघवम् | राघव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| पौर | पौर | pos=n,comp=y |
| स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| भर्तॄन् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| आर्त | आर्त | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अब्रुवन् | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |