रामायणम् — 2.44.19
Original
Segmented
यत् त्व् इदम् भवता किंचित् प्रीत्या समुपकल्पितम् सर्वम् तद् अनुजानामि न हि वर्ते प्रतिग्रहे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्व् | तु | pos=i |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भवता | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| प्रीत्या | प्रीति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| समुपकल्पितम् | समुपकल्पय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुजानामि | अनुज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| वर्ते | वृत् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| प्रतिग्रहे | प्रतिग्रह | pos=n,g=m,c=7,n=s |