रामायणम् — 2.45.2
Original
Segmented
इयम् तात सुखा शय्या त्वद्-अर्थम् उपकल्पिता प्रत्याश्वसिहि साध्व् अस्याम् राज-पुत्र यथासुखम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सुखा | सुख | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| शय्या | शय्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपकल्पिता | उपकल्पय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| प्रत्याश्वसिहि | प्रत्याश्वस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| साध्व् | साधु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अस्याम् | इदम् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |