रामायणम् — 2.45.21
Original
Segmented
आराम-उद्यान-सम्पन्नाम् समाज-उत्सव-शालिन् सुखिता विचरिष्यन्ति राजधानीम् पितुः मम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आराम | आराम | pos=n,comp=y |
| उद्यान | उद्यान | pos=n,comp=y |
| सम्पन्नाम् | सम्पद् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| समाज | समाज | pos=n,comp=y |
| उत्सव | उत्सव | pos=n,comp=y |
| शालिन् | शालिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| सुखिता | सुखित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| विचरिष्यन्ति | विचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| राजधानीम् | राजधानी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |