रामायणम् — 2.48.17
Original
Segmented
मृग-पक्षिभिः आसीनो मुनिभिः च समन्ततः रामम् आगतम् अभ्यर्च्य स्वागतेन आह तम् मुनिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मृग | मृग | pos=n,comp=y |
| पक्षिभिः | पक्षिन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| आसीनो | आस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| मुनिभिः | मुनि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| समन्ततः | समन्ततः | pos=i |
| रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आगतम् | आगम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अभ्यर्च्य | अभ्यर्चय् | pos=vi |
| स्वागतेन | स्वागत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| आह | अह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |