रामायणम् — 2.48.22
Original
Segmented
भगवन्न् इत आसन्नः पौर-जानपदः जनः आगमिष्यति वैदेहीम् माम् च अपि प्रेक्षको जनः अनेन कारणेन अहम् इह वासम् न रोचये
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भगवन्न् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| इत | इतस् | pos=i |
| आसन्नः | आसद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पौर | पौर | pos=n,comp=y |
| जानपदः | जानपद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आगमिष्यति | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| वैदेहीम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| प्रेक्षको | प्रेक्षक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अनेन | इदम् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कारणेन | कारण | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| रोचये | रोचय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |