रामायणम् — 2.5.16
Original
Segmented
जन-वृन्द-ऊर्मि-संघर्ष-हर्ष-स्वनवत् तदा बभूव राजमार्गस्य सागरस्य इव निस्वनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जन | जन | pos=n,comp=y |
| वृन्द | वृन्द | pos=n,comp=y |
| ऊर्मि | ऊर्मि | pos=n,comp=y |
| संघर्ष | संघर्ष | pos=n,comp=y |
| हर्ष | हर्ष | pos=n,comp=y |
| स्वनवत् | स्वनवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| राजमार्गस्य | राजमार्ग | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सागरस्य | सागर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| निस्वनः | निस्वन | pos=n,g=m,c=1,n=s |