रामायणम् — 2.51.11
Original
Segmented
दान-यज्ञ-विवाहेषु समाजेषु महत्सु च न द्रक्ष्यामः पुनः जातु धार्मिकम् रामम् अन्तरा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दान | दान | pos=n,comp=y |
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| विवाहेषु | विवाह | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| समाजेषु | समाज | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| महत्सु | महत् | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| न | न | pos=i |
| द्रक्ष्यामः | दृश् | pos=v,p=1,n=p,l=lrt |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| जातु | जातु | pos=i |
| धार्मिकम् | धार्मिक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अन्तरा | अन्तरा | pos=i |