रामायणम् — 2.53.1
Original
Segmented
मम त्व् अश्वा निवृत्तस्य न प्रावर्तन्त वर्त्मनि उष्णम् अश्रु विमुञ्चन्तो रामे सम्प्रस्थिते वनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| त्व् | तु | pos=i |
| अश्वा | अश्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| निवृत्तस्य | निवृत् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| प्रावर्तन्त | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| वर्त्मनि | वर्त्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| उष्णम् | उष्ण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अश्रु | अश्रु | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| विमुञ्चन्तो | विमुच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| रामे | राम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सम्प्रस्थिते | सम्प्रस्था | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |