रामायणम् — 2.57.5
Original
Segmented
गुरुलाघवम् अर्थानाम् आरम्भे कर्मणाम् फलम् दोषम् वा यो न जानाति स बाल इति ह उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गुरुलाघवम् | गुरुलाघव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अर्थानाम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| आरम्भे | आरम्भ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| दोषम् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| जानाति | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बाल | बाल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| ह | ह | pos=i |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |