रामायणम् — 2.58.57
Original
Segmented
तथा तु दीनम् कथयन् नराधिपः प्रियस्य पुत्रस्य विवासन-आतुरः गते ऽर्धरात्रे भृश-दुःख-पीडितः तदा जहौ प्राणम् उदार-दर्शनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तथा | तथा | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| दीनम् | दीन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| कथयन् | कथय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| नराधिपः | नराधिप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रियस्य | प्रिय | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विवासन | विवासन | pos=n,comp=y |
| आतुरः | आतुर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| ऽर्धरात्रे | अर्धरात्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| भृश | भृश | pos=a,comp=y |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| पीडितः | पीडय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तदा | तदा | pos=i |
| जहौ | हा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्राणम् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उदार | उदार | pos=a,comp=y |
| दर्शनः | दर्शन | pos=n,g=m,c=1,n=s |