रामायणम् — 2.6.8
Original
Segmented
तेषाम् पुण्य-अह-घोषः ऽथ गम्भीर-मधुरः तदा अयोध्याम् पूरयामास तूर्य-घोष-अनुनादितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
| अह | अह | pos=n,comp=y |
| घोषः | घोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| गम्भीर | गम्भीर | pos=a,comp=y |
| मधुरः | मधुर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| अयोध्याम् | अयोध्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पूरयामास | पूरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तूर्य | तूर्य | pos=n,comp=y |
| घोष | घोष | pos=n,comp=y |
| अनुनादितः | अनुनादय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |