रामायणम् — 2.69.26
Original
Segmented
यद् अग्नि-दायक पापम् यत् पापम् गुरु-तल्प-गे मित्र-द्रोहे च यत् पापम् तत् पापम् प्रतिपद्यताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| दायक | दायक | pos=a,g=,c=7,n=s |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| तल्प | तल्प | pos=n,comp=y |
| गे | ग | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
| द्रोहे | द्रोह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रतिपद्यताम् | प्रतिपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |