रामायणम् — 2.7.21
Original
Segmented
उपस्थितम् प्रयुञ्जानस् त्वयि सान्त्वम् अनर्थकम् अर्थेन एव अद्य ते भर्ता कौसल्याम् योजयिष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उपस्थितम् | उपस्था | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| प्रयुञ्जानस् | प्रयुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| सान्त्वम् | सान्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनर्थकम् | अनर्थक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अर्थेन | अर्थ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कौसल्याम् | कौसल्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| योजयिष्यति | योजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |