रामायणम् — 2.7.28
Original
Segmented
दत्त्वा त्व् आभरणम् तस्यै कुब्जायै प्रमदा-उत्तमा कैकेयी मन्थराम् हृष्टा पुनः एव अब्रवीत् इदम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दत्त्वा | दा | pos=vi |
| त्व् | तु | pos=i |
| आभरणम् | आभरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तस्यै | तद् | pos=n,g=f,c=4,n=s |
| कुब्जायै | कुब्ज | pos=a,g=f,c=4,n=s |
| प्रमदा | प्रमदा | pos=n,comp=y |
| उत्तमा | उत्तम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| कैकेयी | कैकेयी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मन्थराम् | मन्थरा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| हृष्टा | हृष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |