रामायणम् — 2.70.19
Original
Segmented
शिबिकाभिः च यानैः च यथार्हम् तस्य योषितः नगरान् निर्ययुस् तत्र वृद्धैः परिवृतास् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शिबिकाभिः | शिबिका | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| यानैः | यान | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| यथार्हम् | यथार्ह | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| योषितः | योषित् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| नगरान् | नगर | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| निर्ययुस् | निर्या | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| वृद्धैः | वृद्ध | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| परिवृतास् | परिवृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तदा | तदा | pos=i |