रामायणम् — 2.72.11
Original
Segmented
एवम् उक्ता च तेन आशु सखि-जन-समावृता गृहीता बलवत् कुब्जा सा तत् गृहम् अनादयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| आशु | आशु | pos=i |
| सखि | सखी | pos=n,comp=y |
| जन | जन | pos=n,comp=y |
| समावृता | समावृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| गृहीता | ग्रह् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| बलवत् | बलवत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| कुब्जा | कुब्ज | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गृहम् | गृह | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनादयत् | नादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |