रामायणम् — 2.75.2
Original
Segmented
सुवर्ण-कोण-अभिहतः प्राणदद् यामदुन्दुभिः दध्मुः शङ्खांः च शतशो वाद्यांः च उच्चावच-स्वरान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुवर्ण | सुवर्ण | pos=n,comp=y |
| कोण | कोण | pos=n,comp=y |
| अभिहतः | अभिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्राणदद् | प्रणद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| यामदुन्दुभिः | यामदुन्दुभि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दध्मुः | धम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| शङ्खांः | शङ्ख | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| शतशो | शतशस् | pos=i |
| वाद्यांः | वाद्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| उच्चावच | उच्चावच | pos=a,comp=y |
| स्वरान् | स्वर | pos=n,g=m,c=2,n=p |