रामायणम् — 2.76.2
Original
Segmented
आसनानि यथान्यायम् आर्याणाम् विशताम् तदा अदृश्यत घन-अपाये पूर्ण-चन्द्रा इव शर्वरी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आसनानि | आसन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
| आर्याणाम् | आर्य | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| विशताम् | विश् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| तदा | तदा | pos=i |
| अदृश्यत | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| घन | घन | pos=n,comp=y |
| अपाये | अपाय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पूर्ण | पूर्ण | pos=a,comp=y |
| चन्द्रा | चन्द्र | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| शर्वरी | शर्वरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |