रामायणम् — 2.79.14
Original
Segmented
एवम् सम्भाषमाणस्य गुहस्य भरतम् तदा बभौ नष्ट-प्रभः सूर्यो रजनी च अभ्यवर्तत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| सम्भाषमाणस्य | सम्भाष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| गुहस्य | गुह | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भरतम् | भरत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| बभौ | भा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| नष्ट | नश् | pos=va,comp=y,f=part |
| प्रभः | प्रभा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सूर्यो | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रजनी | रजनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभ्यवर्तत | अभिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |