रामायणम् — 2.79.3
Original
Segmented
इत्य् उक्त्वा तु महा-तेजाः गुहम् वचनम् उत्तमम् अब्रवीद् भरतः श्रीमान् निषाद-अधिपतिम् पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इत्य् | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| तेजाः | तेजस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गुहम् | गुह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भरतः | भरत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| निषाद | निषाद | pos=n,comp=y |
| अधिपतिम् | अधिपति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |