रामायणम् — 2.8.1
Original
Segmented
मन्थरा त्व् अभ्यसूय्य एनाम् उत्सृज्य आभरणम् च तत् उवाच इदम् ततो वाक्यम् कोप-दुःख-समन्विता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मन्थरा | मन्थरा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| त्व् | तु | pos=i |
| अभ्यसूय्य | अभ्यसूय् | pos=vi |
| एनाम् | एनद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
| आभरणम् | आभरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ततो | ततस् | pos=i |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कोप | कोप | pos=n,comp=y |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| समन्विता | समन्वित | pos=a,g=f,c=1,n=s |