रामायणम् — 2.8.5
Original
Segmented
हृष्टाः खलु भविष्यन्ति रामस्य परमाः स्त्रियः अप्रहृष्टा भविष्यन्ति स्नुषास् ते भरत-क्षये
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हृष्टाः | हृष् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| खलु | खलु | pos=i |
| भविष्यन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| परमाः | परम | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| अप्रहृष्टा | अप्रहृष्ट | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| भविष्यन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| स्नुषास् | स्नुषा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| क्षये | क्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |