रामायणम् — 2.80.22
Original
Segmented
अपि सत्य-प्रतिज्ञेन सार्धम् कुशलिना वयम् निवृत्ते समये ह्य् अस्मिन् सुखिताः प्रविशेमहि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपि | अपि | pos=i |
| सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
| प्रतिज्ञेन | प्रतिज्ञा | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| कुशलिना | कुशलिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| निवृत्ते | निवृत् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| समये | समय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| ह्य् | हि | pos=i |
| अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सुखिताः | सुखित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्रविशेमहि | प्रविश् | pos=v,p=1,n=p,l=vidhilin |