रामायणम् — 2.83.3
Original
Segmented
जागर्मि न अहम् स्वपिमि तथा एव आर्यम् विचिन्तयन् इत्य् एवम् अब्रवीद् भ्रात्रा शत्रुघ्नो ऽपि प्रचोदितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जागर्मि | जागृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| स्वपिमि | स्वप् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| आर्यम् | आर्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| विचिन्तयन् | विचिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इत्य् | इति | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| अब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भ्रात्रा | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| शत्रुघ्नो | शत्रुघ्न | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| प्रचोदितः | प्रचोदय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |