रामायणम् — 2.83.9
Original
Segmented
उत्तिष्ठत प्रबुध्यध्वम् भद्रम् अस्तु हि वः सदा नावः समनुकर्षध्वम् तारयिष्याम वाहिनीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उत्तिष्ठत | उत्था | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| प्रबुध्यध्वम् | प्रबुध् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| हि | हि | pos=i |
| वः | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=p |
| सदा | सदा | pos=i |
| नावः | नौ | pos=n,g=,c=2,n=p |
| समनुकर्षध्वम् | समनुकृष् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| तारयिष्याम | तारय् | pos=v,p=1,n=p,l=lrn |
| वाहिनीम् | वाहिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |