रामायणम् — 2.85.70
Original
Segmented
दर्पणान् परिमृष्टांः च वाससाम् च अपि संचयान् पादुका-उपानह् च एव युग्मान् यत्र सहस्रशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दर्पणान् | दर्पण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| परिमृष्टांः | परिमृज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| वाससाम् | वासस् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| संचयान् | संचय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पादुका | पादुका | pos=n,comp=y |
| उपानह् | उपानह् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| युग्मान् | युग्म | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |